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Friday 8 May 2020

{1.1.23) Paripakva Vyakti Ki Pahachan / Traits of a Mature Person

Traits of a Mature Person / Buddha Ke Anusaar Paripkva Vyakti Ki Pahachan / भगवान् बुद्ध के अनुसार परिपक्व व्यक्ति की पहचान

भगवान् गौतम बुद्ध का पूरा जीवन सत्य की खोज और निर्वाण को पाने में ही लगा रहा। उन्होंने सत्य और अहिंसा की शिक्षा के माध्यम से सम्पूर्ण मानव जाति  को एक नया मार्ग दिखाया था।  यह मार्ग शाश्वत आनन्द में स्थित हो जाने का मार्ग है। उनकी शिक्षा सरल लेकिन प्रभावशाली होती थी।  वे कहाँनियों और व्यवहारिक उदाहरणों के माध्यम से लोगों को शिक्षा देते थे, जिससे सम्पूर्ण विषय स्पष्ट हो जाता था।  ऐसा ही एक विषय है -"परिपक्व व्यक्ति की पहचान क्या है ?" अर्थात किस व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से परिपक्व कहा जाये ? इस बारे में वे कहते हैं -
"पके हुए फल की तीन पहचान होती है ; पहली  पहचान; वह नरम हो जाता है।  दूसरी; वह मीठा हो जाता है  तीसरी उसका रंग बदल जाता है।
इसी प्रकार परिपक्व व्यक्ति की भी तीन पहचान होती है ; पहली पहचान - उसमें विनम्रता होती है,  दूसरी - उसकी बात में मिठास होता है और तीसरी उसके चहरे पर आत्मविश्वास की चमक होती है। "