आपदामपहर्तारं दातारं सर्व सम्पदाम् – विपदा दूर करने
हेतु राम मंत्र Ram Mantra to remove calamity
राम मन्त्र – विपदा या विपत्ति दूर करने के लिए
भगवान् राम, भगवान विष्णु के अवतार हैं. वे नैतिकता,
श्रेष्ठ गुण तथा आदर्श के प्रतीक हैं. भगवान् राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता
है. वे दया के सागर हैं. उनसे सम्बन्धित यह मन्त्र विपत्तियों, कठिनाइयों व बाधाओं
से छुटकारा दिलाता है और जपकर्ता को सम्पन्नता व सम्पदा प्रदान करता है. अर्थ सहित
यह मन्त्र इस प्रकार है -
आपदामपहर्तारं दातारं सर्व सम्पदाम्
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्
रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे
रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः
इस मन्त्र का अर्थ इस प्रकार है – आपत्तियों को हरने वाले
तथा सब प्रकार की सम्पत्ति प्रदान करने वाले लोकाभिराम भगवान् राम को मैं बारम्बार
नमस्कार करता हूँ. राम, रामभद्र, रामचन्द्र, विधातृस्वरुप, रघुनाथ प्रभु सीता पति
को नमस्कार है.
श्री राम का यह मन्त्र बहुत ही चमत्कारी मन्त्र है. इसका
प्रतिदिन जप करने से
जपकर्ता को सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है.
जीवन की दीर्घकालिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है.
बाधाएँ दूर होने से जप कर्ता को अपने उद्देश्य प्राप्ति
में सफलता मिलती है.
भौतिक व अध्यात्मिक सम्पन्नता तथा सम्पदा प्राप्त होती
है.
भगवान् श्री राम की कृपा व आशीर्वाद प्राप्त होते
हैं.
इस मंत्र की जप प्रक्रिया इस प्रकार है -
प्रातःकाल दैनिक कार्य से निवृत्त होकर उत्तर या
पूर्व की तरफ मुख करके ऊनी आसन पर बैठ जाएँ।
भगवान्
राम का चित्र अपने सामने रखें। अपनी आँखें बंद करके भगवान्
राम का इस प्रकार ध्यान करें -
भगवान् राम जिन्होनें धनुष - बाण धारण किये हुए
हैं, बद्ध पद्मासन से विराजमान हैं, पीताम्बर पहने हुए हैं, जिनके प्रसन्न नयन नूतन
कमलदल से स्पर्धा करते वाम भाग में विराजमान श्री सीता जी के मुख कमल से मिले हुए
हैं, उन आजानुबाहु , मेघश्याम,नाना प्रकार के अलंकारों से विभूषित तथा विशाल जटाजूटधारी
श्रीरामचन्द्र जी का ध्यान करे।
इसके बाद इस मंत्र का एक माला का जप प्रतिदिन
करें। मंत्र इस प्रकार है -
आपदामपहर्तारं दातारं सर्व सम्पदाम्
लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्
रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे
रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः
मन्त्र
जप के बाद आँखें बन्द करके मन ही मन भावना करें कि भगवान् राम की कृपा व आशीर्वाद
से आप की सभी समस्याएं दूर हो रही हैं और भौतिक व आध्यात्मिक सम्पदा प्राप्त हो
रही है जिससे आपका जीवन उमंग, उल्लास और उत्साह से भरता जा रहा है.