संतान गोपाल मन्त्र – पुत्र प्राप्ति हेतु Santan Gopal Mantra for getting son
संतान गोपाल मन्त्र –
पुत्र प्राप्ति हेतु
प्रत्येक दंपत्ति की
संतान प्राप्ति की इच्छा होना स्वाभाविक ही है, परन्तु कभी कभी प्रारब्ध वश
उपयुक्त समय पर संतान नहीं हो पाती है तो व्यक्ति को औषधि उपचार के साथ साथ भगवान्
कृष्ण से सम्बंधित संतान गोपाल मंत्र का जप भी करना चाहिए. यह एक प्रामाणिक मन्त्र
है. इस मन्त्र का उल्लेख गीताप्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘संतान गोपाल
स्तोत्र’ नामक पुस्तक में है.
इस मन्त्र जप की
विधि इस प्रकार है –
प्रतिदिन प्रातःकाल
दैनिक कार्य से निवृत्त होकर भगवान् कृष्ण के बालरूप का चित्र अपने सामने रख लें.
उत्तर या पूर्व की तरफ मुँह करके बैठ जाये. इसके बाद श्री कृष्ण का ध्यान करें.
ध्यान इस प्रकार है –
पार्थ सारथि अच्युत
भगवान् श्री कृष्ण करुणा के सागर हैं. वे जल में डूबे हुए गुरु पुत्र को लेकर आ
रहे हैं. वे वैकुण्ठ से अभी अभी पधारे हैं और रथ पर विराजमान हैं. अपने वैदिक गुरु
सांदीपनि को उनका पुत्र अर्पित कर रहे हैं.
साधक पुत्र की
प्राप्ति के लिए इस रूप में महाभाग भगवान् श्री कृष्ण का चिंतन करे. इसके बाद श्री
कृष्ण के मन्त्र का पांच, सात या ग्यारह माला का जप करें. ऐसा तब तक करें जब तक
तीन लाख जप न हो जाएँ. मंत्र इस प्रकार है –
ॐ श्रीं
ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं
शरणं गतः !!
मन्त्र जप के बाद
पांच मिनट तक कल्पना करें कि भगवान कृष्ण बालरूप में अपनी माँ की गोद में बैठे हुए हैं और बाललीला कर रहे हैं। उनकी माँ उनकी
लीलाओं को देखकर प्रसन्न हो रही हैं। ऐसे भगवान कृष्ण आपको सुन्दर पुत्र प्राप्ति
का आशीर्वाद दे रहें हैं। आपके पुत्र प्राप्ति की इच्छा की पूर्ती कर रहें हैं.