Krishna Gayatri Mantra / Benefits Of Krishna Gayatri Mantra / कृष्ण गायत्री मन्त्र / कृष्ण गायत्री मन्त्र के लाभ
कृष्ण गायत्री
मन्त्र
भगवान् कृष्ण, भगवान्
विष्णु के अवतार हैं. इनसे सम्बन्धित कई स्तोत्र, मन्त्र आदि हैं. कृष्ण गायत्री
मन्त्र भी उनमें से एक है.
कृष्ण गायत्री
मन्त्र के लाभ इस प्रकार हैं-
कृष्ण गायत्री मन्त्र का जप
करने से बौद्धिक स्तर बढ़ता है जिससे सोचने व समझने की क्षमता का विकास होता है.
तार्किक क्षमता बढ़ती है.
जपकर्ता को उसके प्रयासों
में सफलता मिलती है.
आत्मविश्वास की वृद्धि होती
है.
सभी प्रकार की सम्पन्नता
आती है.
विद्यार्थियों को परीक्षा
में सफलता मिलती है.
क्या करूं, क्या नहीं करूं की स्थिति नहीं रहती है अर्थात लक्ष्य
स्पष्ट दिखने लगता है.
कृष्ण गायत्री
मन्त्र जप की विधि –
दैनिक कार्य से निवृत्त
होकर पूर्व या उत्तर की तरफ मुँह करके ऊन के आसन पर बैठ जायें. श्री कृष्ण का
चित्र अपने सामने रख लें. धूपबत्ती व दीपक जलायें. अपनी आँखें बंद करके श्री कृष्ण
का ध्यान करें. ध्यान इस प्रकार है –
जिनके अंग की कान्ति मेघ के
सामान श्याम है, जो प्यारे व्रज चन्द्र, बडभागी और दिव्य लीलामय हैं, सदा आनन्द
करने वाले और भ्रान्ति को भगाने वाले हैं, उन सब सुखों के सारभूत, परब्रह्म
स्वरुप, नन्द नन्दन श्री कृष्ण को मैं वार बार प्रणाम करता हूँ. इस प्रकार ध्यान
के बाद श्री कृष्ण गायत्री मन्त्र का पाँच, तीन या एक माला का जप करें.
कृष्ण गायत्री
मन्त्र इस प्रकार है –
ॐ देवकीनन्दनाय विद्महे
वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्णः प्रचोदयात्
मन्त्र जप के बाद भावना
करें भगवान् कृष्ण का आशीर्वाद आपको मिल रहा है.