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Thursday, 13 March 2025

(8.1.33) Shani Jayanti/ When is Shani Jayanti/ शनि जयंती कब मानते हैं

 शनि जयंती  Shani Jayanti/ When is Shani Jayanti/ शनि जयंती कब मानते हैं

Shani Jayanti शनि जयंती

अन्य पर्वों की तरह ही शनि जयंती का पर्व भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रतिवर्ष ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को शनि जयंती मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन शनि देव की पूजा अर्चना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। जीवन में सुख - समृद्धि आती है और कई प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं तथा शुभ परिणाम भी मिलते हैं। यह दिन उन लोगों के लिए विशेष महत्व का होता है जिनके शनि की महादशा, साढे साती या ढैया चल रही हो या जिनकी कुंडली में शनि अपनी नीच राशि में हो या कमजोर स्थिति में होकर नकारात्मक प्रभाव दे रहा हो।  ऐसे सभी लोगों को शनि जयंती के अवसर पर न्याय के ग्रह शनि की पूजा अर्चना करनी चाहिए और दान देना चाहिए।

शनि जयंती पर किए जाने वाले उपाय 

(१)शनि जयंती के दिन आप सुबह जल्दी उठकर दैनिक कार्य से निवृत्त हो जाएं और इसके बाद शनि मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा करें। यदि आपके आसपास शनि मंदिर नहीं हो तो घर पर ही शनि देव का चित्र अपने सामने रख ले और उनकी पूजा करें। इसके बाद शनि स्त्रोत या शनि कवच का पाठ करें।  

(२)शनि जयंती के दिन शनि से संबंधित वस्तुएं जैसे वस्त्र, जूते, लोहे के बर्तन, काले तिल इत्यादि का दान करना चाहिए। इससे शनि के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। 

(३)जिनके शनि की साढे साती या ढैया चल रही हो, उन्हें इस दिन संकल्प करना चाहिए कि वह इस अवधि में यानि साढे साती या ढैया की सम्पूर्ण अवधि में कोई भी गलत कार्य नहीं करेंगे, सत्य वचन बोलेंगे और छल कपट से दूर रहेंगे। 

(४)शनि जयंती के दिन व्रत करने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।

(५) ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 1, 3,5 या 7 माला का जप करना भी बहुत लाभकारी होता है।