विद्या प्राप्ति हेतु मानस मन्त्र / रामचरित मानस की चौपाई Vidhya Pane Hetu Manas Mantra
विद्या प्राप्ति हेतु मानस मन्त्र
तुलसीदासजी
द्वारा रचित रामचरित मानस की चौपाइयाँ और दोहे सिद्ध मन्त्रों की तरह ही काम करते
है. ऐसी ही एक चौपाई है –
गुरु
गृहँ गए पढ़न रघुराई, अलप काल विद्या सब आई.
इस चौपाई
का श्रद्धा और विश्वास के साथ नित्य कम से कम 108 बार पाठ करने से भगवान् राम की
कृपा और आशीर्वाद से विद्यार्थी को विद्या प्राप्त होती है, स्मरण शक्ति और धारणा
शक्ति बढ़ती है, पढ़ी हुई विषय वस्तु सरलता पूर्वक याद होती है और परीक्षा में अच्छे
अंक प्राप्त होते हैं.
इस चौपाई
का पाठ करने के लिए घर के किसी शान्त स्थान पर पूर्व की तरफ मुँह करके ऊन के आसन
पर बैठ जाएँ, रामदरबार का चित्र अपने सामने रखें, धूपबत्ती जलाएं, भगवान् राम का
मन ही मन ध्यान और चिंतन करें और फिर इस चौपाई का 108 बार पाठ करें. चौपाई इस
प्रकार है –
गुरु
गृहँ गए पढ़न रघुराई, अलप काल विद्या सब आई.
पाठ
समाप्त करने के बाद यह भावना करें कि भगवान् राम की कृपा से आपको विद्या प्राप्त
होगी, स्मरण शक्ति और धारणा शक्ति बढ़ेगी और कक्षा परीक्षा तथा प्रतियोगिता परीक्षा
में अच्छे अंक प्राप्त होंगे.