Thursday 22 June 2023

(6.11.5) Ram Raameti Raamet Rame Raame

 राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे Ram Raameti Raameti Rame Raame Manorame

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे

पद्म पुराण के अनुसार एक बार भगवान् शिव ने देवी पार्वती से अपने साथ भोजन करने का आग्रह किया. देवी पार्वती ने कहा कि वे अभी विष्णु सहस्र नाम का पाठ कर रहीं हैं. वे पाठ करने के पश्चात् ही उनके साथ (यानि भगवान् शिव के साथ) भोजन कर पायेंगी. थोड़ी देर प्रतीक्षा करने के पश्चात् भगवान् शिव ने पुनः देवी पार्वती को बुलाया तब भी देवी ने वही उत्तर दिया कि वे विष्णु सहस्र नाम का पाठ करने के पश्चात् ही आ पायेंगी. भोजन के ठण्डा होने की आशंका से भगवान् शिव ने देवी पार्वती से कहा, राम, राम कहो. एक बार ‘राम’ कहने से विष्णु सहस्र नाम का सम्पूर्ण फल मिल जाता है. राम का नाम ही विष्णु के सहस्त्र नामों के तुल्य है अर्थात बराबर है.”

इस प्रकार शिव के मुखारविन्द से ‘राम’ यह दो अक्षर का नाम विष्णु सहस्र नाम के तुल्य यानि बराबर है, सुन कर देवी पार्वती ने इस दो अक्षर के ‘राम’ नाम का जप करके भगवान् शिव के साथ भोजन किया.

इस सम्बन्धी श्लोक इस प्रकार है –

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे.

सहस्रनाम तत्तुल्यं राम नाम वरानने.

(भगवान् शिव पार्वतीजी से कहते हैं-) हे सुमुखि, राम नाम विष्णुसहस्र  नाम के तुल्य है. मैं सर्वदा ‘राम, राम, राम’ इस प्रकार मनोरम राम नाम में ही रमण करता हूँ.