कृष्ण मंत्र (पुत्र
प्राप्ति हेतु) Krishna Mantra for getting son
प्रत्येक दम्पती की
संतान प्राप्ति की इच्छा स्वाभाविक है परन्तु प्रारब्धवश कभी कभी उपयुक्त समय पर
संतान नहीं हो पाती है तो व्यक्ति को औषधि उपचार के साथ साथ भगवान् कृष्ण के मंत्र
का जप भी करना चाहिए . भगवान् कृष्ण की कृपा से अवश्य ही पुत्र प्राप्ति की इच्छा पूर्ण
होती है. मंत्र जप की विधि इस प्रकार है –
प्रतिदिन प्रातः काल दैनिक
कार्य से निवृत्त होकर भगवान कृष्ण के बालरूप का चित्र
अपने सामने रख लें ।
उत्तर या पूर्व की तरफ मुँह करके बैठें और कल्पना करें कि भगवान कृष्ण बालरूप में
अपनी माँ की गोद में बैठे हुए हैं और
बाललीला कर रहे हैं। उनकी माँ उनकी लीलाओं को देखकर प्रसन्न हो रही हैं। ऐसे भगवान
कृष्ण आपको सुन्दर पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद दे रहें हैं। आपके पुत्र प्राप्ति
की इच्छा की पूर्ती कर रहें हैं। फिर निम्नांकित मंत्र की तीन, पांच या सात
माला का सुविधानुसार जप करें जितना ज्यादा जप करें उतना अच्छा।
मंत्र इस प्रकार हैं:-
ॐ देवकी सुत गोविन्द
वासुदेव जगत्पते !
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं
शरणं गतः !!
इसके पश्चात पांच मिनट तक
कल्पना करें कि भगवान कृष्ण ने आपकी पुत्र प्राप्ति की इच्छा की प्रार्थना को सुन
लिया हैं। वे आपको आशीर्वाद
दे रहें हैं।
मंत्र में पूर्ण विश्वास एवं अधिक से अधिक संख्या में जप लाभकारी होगा।