Monday, 2 June 2025

(7.3.5)क्या सिजेरियन डिलीवरी मुहूर्त देख कर करवानी चाहिये या नहीं Muhurat For Cesarean Delivery/ C– Section Delivery

क्या सिजेरियन डिलीवरी मुहूर्त देख कर करवानी चाहिये या नहीं Muhurat For Cesarean Delivery/ C– Section Delivery

कुछ माता-पिता या घर के बड़े बुजुर्ग इस बात पर जोर डालते हैं कि बच्चे का जन्म किसी शुभ दिन, शुभ समय, शुभ लग्न और शुभ नक्षत्र में ही होना चाहिए। इसलिए वे सिजेरियन डिलीवरी के लिए किसी ज्योतिषी से मुहूर्त निकलवाते हैं और डॉक्टर से आग्रह करते हैं कि वह ज्योतिषी के बताए हुए समय के अनुसार ही ऑपरेशन करके बच्चे का जन्म करवाए।

ऐसा करके वे मानते हैं कि उनका बच्चा भाग्यशाली बन जाएगा और उसके जीवन में अब किसी भी तरह की अप्रिय घटना या परेशानी  नहीं आएगी क्योंकि शुभ घड़ी में उसने जन्म लिया है।

परंतु ऐसा कुछ नहीं है। यह केवल मन को समझने के अतिरिक्त और कुछ नहीं है। जन्म और मृत्यु ईश्वर के हाथ में है। भाग्य लिखने वाला भी वही है। इसलिए सभी बातें ईश्वर पर छोड़ देनी चाहिए। किसी बच्चे का भाग्य बनाने या बदलने का प्रयास करना एक बहुत बड़ी भूल के अतिरिक्त और कुछ नहीं है।

शुभ मुहूर्त देखकर समय से पहले या बाद में प्रसव करवाना सही नहीं है यह प्रकृति के नियम के विरुद्ध है। जो प्राकृतिक व स्वाभाविक रूप से होता है उसी में ग्रहों का सही प्रभाव दिखता है।

जिस प्राणी का जन्म होना है, उसके जन्म का समय ईश्वर द्वारा निर्धारित है। मुहूर्त के अनुसार सिजेरियन डिलीवरी करवाना  विधि के विधान के विपरीत है। लोगों का यह भ्रम है कि हम हमारे बच्चे को मुहूर्त के अनुसार सही समय जन्म देकर उसकी जन्म पत्रिका में सभी ग्रहों को शुभ स्थिति में ला देंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता है।

लंका पति रावण अपने पुत्र मेघनाद के जन्म के समय सभी ग्रहों को  अपने हिसाब से उसकी जन्म कुंडली में स्थापित करना चाहता था। अन्य ग्रहों ने तो उसकी बात मान ली लेकिन शनि ने उसकी बात नहीं मानी। रावण इतना विद्वान और समर्थ  होते हुए भी वह उसकी इच्छा के अनुसार उसके पुत्र मेघनाद की कुंडली में सभी ग्रहों को स्थापित नहीं कर पाया, तो कौन ऐसा है जो किसी जातक की ग्रह स्थिति को बदल दे।

मेरा मानना है कि न तो होने वाले बच्चे के माता पिता को मुहूर्त के अनुसार सिजेरियन डिलीवरी करवानी चाहिए और न ही ज्योतिषी को सिजेरियन डिलीवरी का मुहूर्त निकालना चाहिए।

होने वाले बच्चे के माता पिता को डॉक्टर से कहना चाहिए कि वह चिकित्सीय स्थिति के अनुसार जब भी और जो भी उचित समझे उसके अनुसार डिलीवरी करवा दे। ईश्वर इच्छा के अनुसार डॉक्टर को जो भी प्रेरणा मिलेगी उसके अनुसार ही जन्म हो जाएगा। आने वाला जातक अपने कर्मों के अनुसार अपना भाग्य लेकर आता है। क्या कोई भी ज्योतिषी, कोई  भी विद्वान अपनी गणना से, अपने हिसाब से समय निर्धारित करके उसके भाग्य को बदलने की क्षमता रखता है क्या? उत्तर होगा, नहीं।

इसके अतिरिक्त यदि डॉक्टर ने किसी मुहूर्त के अनुसार सिजेरियन डिलीवरी कर भी दी तो होने वाले बच्चे की जन्म पत्रिका वैसा फल नहीं देगी जैसा बिना मुहूर्त के डॉक्टर स्वविवेक व चिकत्सीय आवश्कताओं को ध्यान में रख कर सिजेरियन डिलीवरी करता। इसलिए मुहूर्त निकलवा कर डिलीवरी करवाना किसी भी तरह से उचित नहीं है।