Thursday 14 March 2024

(6.7.10) श्री यंत्र के लाभ और महत्व Shree Yantra / Importance and Benefits Of Shree Yantra

 श्री यंत्र के लाभ और महत्व Shree Yantra / Importance and Benefits Of Shree Yantra 

श्री यंत्र

जीवन में सुख समृद्धि और संपत्ति पाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति कठोर परिश्रम और मेहनत करता है लेकिन फिर भीउसे कुछ कारणों से की हुई मेहनत का सही फल नहीं मिल पाता है। धर्म शास्त्रों में धन संपत्ति अर्जित करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। उन उपायों में से एक उपाय हैश्री यंत्र। श्री यंत्र धन की देवी माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। यह यंत्र  सबसे अधिक चमत्कारी और शीघ्र फलदायी माना जाता है । 

कलियुग में श्रीयंत्र कामधेनु के समान है। उपासना सिद्ध होने पर सभी प्रकार की श्री अर्थात चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति होती है इसलिए इसे श्री यंत्र कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार श्री यंत्र में 33 कोटि देवताओं का वास माना जाता है। वास्तु दोष निवारण में भी यह यंत्र बहुत उपयोगी है। 

श्री यंत्र की उत्पत्ति 

श्री यंत्र की उत्पत्ति के संबंध में कहा गया है कि एक बार कैलाश मानसरोवर के पास आदि शंकराचार्य ने कठोर तप करके शिवजी को प्रसन्न किया। जब शिवजी ने वर मांगने को कहा तो शंकराचार्य जी ने विश्व कल्याण का उपाय पूछा। शिवजी ने शंकराचार्य को साक्षात लक्ष्मी स्वरूप श्री यंत्र तथा श्री सूक्त का मंत्र प्रदान किया। 

श्रीयंत्र के बारे में एक पौराणिक कथा

श्रीयंत्र के प्रभाव के बारे में एक पौराणिक कथा है कि एक बार लक्ष्मी जी पृथ्वी से अप्रसन्न होकर बैकुंठ में चली गई परिणाम स्वरुप पृथ्वी पर अनेक समस्यायें उत्पन्न हो गई.  तब महर्षि वशिष्ठ ने विष्णु की सहायता से लक्ष्मी को मनाने का प्रयास किया लेकिन वे विफल रहे। इस पर देवगुरु बृहस्पति ने लक्ष्मी को वापस लाने का एकमात्र उपाय ‘श्री यंत्र’ बताया। श्री यंत्र की आराधना - उपासना से लक्ष्मी तुरंत पृथ्वी पर लौट आई और कहा कि श्री यंत्र ही मेरा आधार है तथा इसमें मेरी आत्मा निवास करती है। इसलिए मुझे आना ही पड़ा।

 

श्री यंत्र रखने के फायदे / लाभ

विधिवत प्राण प्रतिष्ठित श्रीयंत्र की पूजा, उपासना से सभी सुख एवं मोक्ष प्राप्त होते हैं। दीपावली, धनतेरस, दशहरा, अक्षय तृतीया, वर्ष प्रतिपदा आदि श्री यंत्र की स्थापना के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त होते हैं। इसकी पूजा - साधना करते समय पूर्व की तरफ मुंह रखना चाहिए और मन में पूर्ण श्रद्धा का भाव रखना चाहिए।

हिंदू धर्म शास्त्रों में ऐसा माना गया है कि श्री यंत्र माता लक्ष्मी का ही अंश है, इसलिए इसमें लक्ष्मी का वास होता है। ऐसा भी माना जाता है कि श्री यंत्र जिस जगह पर भी होता है वहां का वातावरण शुद्ध और पवित्र हो जाता हैऐसा होने से माता लक्ष्मी के आगमन में किसी प्रकार का अवरोध उत्पन्न नहीं होता है इसलिए घरों में श्री यंत्र की स्थापना करना लाभदायक है।

हिंदू धर्म में ऐसा कहा गया है कि जिस घर में श्री यंत्र की स्थापना होती है और उसकी नियम अनुसार पूजा की जाती है उस घर में अष्ट लक्ष्मी का वास होता है। श्री यंत्र की स्थापना से कारोबार में सफलता, समृद्धि, आर्थिक मजबूती और पारिवारिक सुख प्राप्त होते हैं।