Tuesday 24 May 2016

(3.1.27) ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं Om Poonarnadah Poornamidam

Om Poornamadah Poornamidam "ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्ण

शान्ति पाठ -
"ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पूर्ण मुदच्यते।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्ण मेवा वशिष्यते।
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः। "
शब्दार्थ - 
ॐ = सच्चिदानन्दघनः। अदः = वह परब्रह्म। पूर्णम् = सब प्रकार से पूर्ण है।  इदम = यह (जगत भी)
पूर्णम् = पूर्ण (ही) है। पूर्णात् = उस पूर्ण (पर ब्रह्म ) से ही। पूर्णम् =यह पूर्ण।  उदच्यते = उत्पन्न हुआ है।
पूर्णस्य = पूर्ण के।  पूर्णम् = पूर्ण को। आदाय = निकाल देने पर भी।  पूर्णम् = पूर्ण। एव = ही।
अवशिष्यते = शेष रहता है।
अर्थ - वह (परब्रह्म ) सब प्रकार से पूर्ण है।  यह  (जगत ) भी पूर्ण ही है ; क्योंकि यह उस पूर्ण (परब्रह्म ) से ही उत्पन्न  हुआ है।  पूर्ण से पूर्ण को निकाल देने पर भी पूर्ण ही शेष रहता है।
त्रिविध ताप की शांति हो। (for English translation click here