Saturday 14 September 2019

(6.4.2) Ham Hanumate Rudraatmakaay Hum Phat

Ham Hanumate Rudraatmakaay Hum Phat (हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट )

यदि आपके जीवन में कठिनाइयाँ, रुकावटें, बाधाऐं हो तो उनसे मुक्ति पाने तथा सुखी जीवन व्यतीत करने के लिए श्री राम भक्त हनुमान जी के मंत्र का जप करना चाहिये।  जप के लिये पूर्व या उत्तर की ओर मुहँ करके ऊनी आसान पर बैठ जायें, अपने सामने हनुमान जी का चित्र रख लें और हनुमान जी का ध्यान करें।  ध्यान इस प्रकार है - 
वानरराज हनुमान, जिन्होंने बायें हाथ में दुश्मनों को विदीर्ण करने वाला पर्वत ले रखा है तथा दायें हाथ में विशुद्ध टंक (पत्थर तोड़ने की टाँकी )धारण कर रखी है। सुवर्ण के समान कान्तिमान, कुण्डल मण्डित वानर राज हनुमान जी को मैं प्रणाम करता हूँ तथा उनका ध्यान करता हूँ और प्रार्थना करता हूँ कि वे मेरी विपदा को दूर करें। 
ध्यान के बाद इस मन्त्र का प्रतिदिन 108 बार जप करें। ऐसा कम से कम 41 दिन तक करें। मंत्र इस प्रकार है -
हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट