Friday, 12 September 2025

(6.11.19) रामचरितमानस किन लोगों के समझ में नहीं आती है? Who cannot understand Ramcharit Manas

रामचरितमानस किन लोगों के समझ में नहीं आती है? Who cannot understand Ramcharit Manas 

रामचरितमानस भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखती है और मनुष्य की सबसे बड़ी मार्गदर्शक है। यह महान कवि गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा रचित प्रसिद्ध महाकाव्य है। इसके नायक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम हैं। इसकी भाषा सुगम है। फिर भी यह कुछ लोगों के समझ में नहीं आती है। इसके संबंध में तुलसीदास जी कहते हैं कि रामचरितमानस बोध गम्य है, परंतु यह तीन प्रकार के व्यक्तियों के समझ में नहीं आती है। इसे स्पष्ट करने के लिए रामचरितमानस में एक दोहा इस प्रकार है - 

जे श्रद्धा संबल रहित, नहिं संतन्ह कर साथ।

तिन्ह कहुँ मानस अगम अति, जिन्हहि न प्रिय रघुनाथ।

अर्थात जिनके मन में श्रद्धा का भाव नहीं है, संतों का साथ नहीं है और जिनको श्री राम से प्रेम नहीं है, उनके लिए यह रामचरितमानस अगम है। यानि श्रद्धा, सत्संग और राम के प्रति प्रेम के बिना इसको समझा नहीं जा सकता।