Monday 13 April 2020

(3.1.38) Ashta Siddhi / Which are eight Siddhis

Ashata Siddhi / Asth Siddhiyan / Which are eight siddhis / आठ सिद्धियाँ कौनसी हैं / अष्ट सिद्धि / सिद्धि किसे कहते हैं ?

सिद्धि का शाब्दिक अर्थ होता है - पूर्णता , प्राप्ति या सफलता। सिद्धि के कई प्रकार हैं। यहाँ यौगिक सिद्धि पर विचार किया जा रहा है।
यौगिक सिद्धि अलौकिक शक्तियों का अर्जन है। इस सिद्धि को योग साधना , ध्यान और तप के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। यौगिक सिद्धियाँ आठ प्रकार की होती हैं , ये इस प्रकार हैं -
 अणिमा  महिमा चैव गरिमा लघिमा तथा
प्राप्तिः प्राकम्य मीशित्वं वशित्वं चाष्ट सिद्धयः
( अमरकोश , रामाश्रमी व्याख्या 1 / 1 / 34 ( 17 - 18 )
अर्थात 1 अणिमा 2 महिमा 3 गरिमा 4 लघिमा 5 प्राप्ति 6 प्राकाम्य 7 ईशित्व और 8 वशित्व
(1) अणिमा - अणिमा सिद्धि से सम्पन्न साधक अपने शरीर को अति सूक्ष्म बना सकता है। जिसके परिणाम स्वरुप कोई दूसरा व्यक्ति उसके शरीर को देख नहीं सकता है अर्थात अणिमा सिद्धि से सम्पन्न व्यक्ति दूसरों के लिये अदृश्य हो सकता  है।
(2) महिमा - महिमा सिद्धि से सम्पन्न साधक अपने शरीर को अति विशाल रूप देने में सक्षम होता है।
(3) गरिमा - गरिमा सिद्धि से संपन्न साधक अपने शरीर का आकार तो सीमित रखता है परन्तु अपना भार बहुत अधिक बढ़ा लेता है जिसके कारण दूसरा व्यक्ति उसे उसके स्थान से हटा या उठा नहीं सकता है।
(4) लघिमा - लघिमा सिद्धि से सम्पन्न व्यक्ति अपने शरीर का भार अत्यन्त हल्का कर लेता है। वह हवा की विपरीत दिशा में भी तेज गति से उड़ सकता है।
(5) प्राप्ति - प्राप्ति सिद्धि से सम्पन्न साधक अपनी इच्छा अनुसार जिस वस्तु को पाना चाहे उसे प्राप्त कर सकता है।
(6) प्राकाम्य - प्राकाम्य सिद्धि से सम्पन्न साधक अपनी इच्छा की पूर्ति करने में सक्षम हो जाता है। वह उसकी इच्छा अनुसार हवा में उड़ सकता है और पानी पर भी चल सकता है।
(7) ईशित्व - ईशित्व सिद्धि से सम्पन्न साधक समस्त प्रभुत्व और अधिकार प्राप्त करने में सक्षम हो जाता है। वह अपने आदेशानुसार किसी को भी अपने नियंत्रण में कर सकता है। इस सिद्धि से नवीन वस्तु का सृजन किया जा सकता है। इस प्रकार यह सृजन करने की दिव्य शक्ति है।
(8) वशित्व - वशित्व सिद्धि से सम्पन्न साधक किसी भी व्यक्ति को जीत सकता है और उसे अपने प्रभाव में ला सकता है। वह किसी को भी अपने वश में कर सकता है। इसके साथ ही वह स्वयं भी अपने मन को नियंत्रित रख सकता है।