Wednesday 1 April 2020

(6.4.3) Hanuman Gayatri Mantra

Hanuman Gayatri Mantra / Hanuman Gayatri Mantra ke Labh / Benefits of Hanuman Gayatri Mantra/ हनुमान गायत्री मन्त्र / हनुमान गायत्री मंत्र के लाभ

राम भक्त हनुमान जी को संकट मोचन अर्थात संकटों व परेशानियों को दूर करने वाला माना जाता है।  यदि कोई व्यक्ति हनुमान जी के किसी भी मन्त्र का पूर्ण निष्ठां व विश्वास के साथ जप करे तो, उस व्यक्ति को हनुमान जी की कृपा व आशीर्वाद से भौतिक और आध्यात्मिक लाभ मिलता है।
हनुमान गायत्री मन्त्र भी उनमें से एक है।  यह सात्विक मन्त्र है।  इस मन्त्र के जप करने से जपकर्ता को मानसिक शान्ति मिलती है ,उसे समृद्धि प्राप्त होती है , उसका मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ता है, और उसके सभी संकट और कष्ट दूर हो जाते हैं।
गायत्री मन्त्र  के जप की विधि इस प्रकार है -
दैनिक कार्य से निवृत्त होकर प्रातःकाल पूर्व या उत्तर की तरफ मुँह करके किसी शांत स्थान पर बैठें।  अपने सामने हनुमान जी का चित्र रख लें।  अपनी आँखें  बंद करके हनुमान जी का ध्यान करें। 
ध्यान इस प्रकार है -
अतुल बल के धाम, सोने के पर्वत (सुमेरू ) के समान कान्तियुक्त शरीर वाले, दैत्यरूपी वन के लिए अग्नि रूप, ज्ञानियों में अग्रगण्य , सम्पूर्ण गुणों के निधान , वानरों के स्वामी, श्री रघुनाथ जी के प्रिय भक्त पवन पुत्र श्री हनुमान जी को मैं प्रणाम करता हूँ।
इस प्रकार ध्यान के बाद हनुमान गायत्री मन्त्र का प्रतिदिन एक, तीन, पाँच , सात, माला का जप करें।  यदि किसी विशेष उद्देश्य प्राप्तिके लिए हनुमान गायत्री मन्त्र का जप किया जाए तो कम से कम इकतालीस दिन तक पाँच या सात माला का जप करना चाहिए।  गायत्री मन्त्र इस प्रकार है -
 ॐ आंजनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्