Friday 15 May 2020

(6.2.5) Benefits of Offering Durva (Doob) to Lord Ganesh

Benefits of Offerings Durva (Doob) to Lord Ganesh / गणेश जी को दूर्वा ( दूब ) चढाने के लाभ / गणेश जी को दूर्वा क्यों चढ़ाई जाती है

गणेश जी को दूर्वा ( दूब ) क्यों चढ़ाई जाती है 
भगवान् गणेश जी को रिद्धि - सिद्धि का दाता और विघ्न हर्ता  के रूप में जाना जाता है। इनकी पूजा - अर्चना करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर हो जाते हैं और समस्त मनोकामनों की पूर्ति होती है। इसलिए गणेश जी को प्रथम पूज्य माना जाता है। गणेश जी  कृपा प्राप्त करने के लिए शास्त्रों में कई उपाय बताये गए हैं। हरी दूर्वा चढ़ाना भी उन उपायों में से एक है , जिससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं और मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। गणेश जी को दूर्वा चढाने के लाभ  क्या हैं  -
गणेश जी को दूर्वा चढाने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और सुखी जीवन व सम्पन्नता का आशीर्वाद देते हैं ।
जीवन सुख समृद्धि से भर जाता है।
नवीन उत्साह का संचार होता है।
सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण निर्मित होता है।
गणपति अथर्वशीर्ष के अनुसार जो व्यक्ति गणेश जी को दूर्वा चढ़ाता है , वह कुबेर के समान हो जाता है अर्थात आर्थिक रूप से संपन्न हो जाता है।
मनोकामना पूर्ण होती है।
जीवन में आने  वाली बाधाओं का नाश होता है।
गणेश जी को अर्पित की जाने वाली दूर्वा कैसी हो -
गणेश जी को अर्पित की जाने वाली दूर्वा हरी और कोमल होनी चाहिए।
इस दूर्वा में तीन या पाँच गांठे होनी चाहिए यानि चढ़ाई जाने वाली दूर्वा की लम्बाई दो से तीन इंच होनी चाहिए।
यह दूर्वा किसी बगीचे से या मंदिर परिसर  की जमीन पर उगी हुई हो या ऐसे स्थान से उगी हुई लेनी चाहिए जो साफ सुथरा हो अर्थात उस स्थान पर कोई गन्दगी नहीं हो और न ही उस स्थान पर गन्दा पानी जाना चाहिए।
दूर्वा चढाने के लिए महत्वपूर्ण बातें -
गणेश जी के दूर्वा जोड़ों में चढ़ाई जाती है यानि एक बार में दो दूर्वा एक साथ चढ़ाई जाती ही। इस प्रकार 11 , 21 या 41 जोड़े दूर्वा चढ़ानी चाहिए। प्रत्येक जोड़ा दूर्वा चढ़ाते समय " ॐ गं गणपतये नमः " या " श्री गणेशाय नमः " का उच्चारण करना चाहिए।
 दूर्वा प्रतिदिन चढ़ाई जा सकती है या प्रत्येक बुधवार को चढ़ाई जा सकती है। यदि किसी उद्देश्य विशेष के लिए दूर्वा चढ़ाई जाये तो कम से कम 41 दिन तक दूर्वा चढ़ानी चाहिए।