Monday 8 June 2020

(2.1.16) Atmvishvas / Self-confidence - A symbol of success

Self-confidence - A Symbol Of Success / Atmvishvas - Safalata Ka Prateek / आत्मविश्वास - सफलता का प्रतीक और पर्याय

आत्मविश्वास - सफलता का प्रतीक और पर्याय
आत्मविश्वास का तात्पर्य है - " अपने आप पर विश्वास करना। " आत्मविश्वास व्यक्ति का महत्त्वपूर्ण मानसिक गुण है जो उसकी प्रत्येक गतिविधि को प्रभावित करता है तथा उसकी वास्तविक शक्ति को जागृत करता है , उसे हीन भावना से बचाए रखता है और उसके जीवन में सकारात्मक और रचनात्मक बदलाव लाता है। आत्मविश्वास के द्वारा ही व्यक्ति गतिशील और क्रियाशील बना रहता है और किसी भी परिस्थिति में निराश नहीं होता है।
अपने आप  पर भरोसा करने जैसी दूसरी कोई शक्ति नहीं है। इसे निरंतर विकसित करके हम अपने उद्देश्य को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं। अन्य लोग हमारी उतनी सहायता नहीं कर सकते जितनी हम अपने आप की सहायता कर सकते हैं। हम अपने आप पर भरोसा करके हमारी जीत को पक्की करते हैं। आत्मविश्वास से ही सुनिश्चित परिणाम प्राप्त किया जा सकता है। अपने आप पर विश्वास नहीं करना , अपनी क्षमता को कमजोर करना है, जिससे  हम असफल ,असमर्थ और दुर्बल हो जाते हैं ।
व्यक्ति स्वयं अपना  उद्धारक है। वह स्वयं अपने विनाश या विकास का  कारण  है।  वह  स्वयं  ही अपना  मित्र और स्वयं ही अपना शत्रु है। जैसा कि गीता के छठे  अध्याय के  पाँचवें श्लोक  में कहा गया है - "संसार  - समुद्र से अपना उद्धार स्वयं करें और अपने को अधोगति में न  डालें ;क्योंकि मनुष्य स्वयं ही अपना मित्र है ,और स्वयं ही अपना शत्रु है। "
हम स्वयं ही अपनी उन्नति या अवनति , उत्थान या पतन के लिए जिम्मेदार है। हमारे मित्र , सहयोगी या गुरु हमें रास्ता तो दिखा सकते हैं , लेकिन उस मार्ग पर चलना तो हमें ही होगा।
हम अपने आप पर आस्था और विश्वास रख कर ही अपनी प्रतिभा का सदुपयोग कर सकते हैं। अपने शक्ति व सामर्थ्य पर विश्वास नहीं करके हम हमारी भावी सफलता के द्वार बंद कर देते हैं। हम अपने आपको कमजोर मानकर या अपनी योग्यता  को कमतर आंक कर विकास की अनन्त संभावनाओं को समाप्त कर देते हैं। आत्मविश्वास सफलता का पर्याय भी है और प्रतीक भी है। सफलता के लिए किया गया प्रयास व संघर्ष आत्मविश्वासी व्यक्ति को एक नये अनुभव व विश्वास से भर देता है , जिसके बल पर वह प्रतिकूल स्थिति  को अपने अनुकूल बना लेता है और बिना हताश हुये  प्रगति पथ पर आगे बढ़ता रहता है। आत्मविश्वास  व्यक्ति के लक्ष्य चयन और उसकी क्रियान्विति में सहायक होता है। आत्मविश्वासी व्यक्ति समस्या में भी समाधान देखता है और विपदाओं के आगे नतमस्तक नहीं होता है।
एक आत्मविश्वासी व्यक्ति असफलता को अंतिम रूप से स्वीकार नहीं करता है। वह हमेशा रचनात्मक सोच  के साथ सफलता प्राप्ति के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता रहता है। आत्मविश्वासी  व्यक्ति के समक्ष कठनाईयाँ आने पर भी उनसे हतोत्साहित नहीं होता है। इसके विपरीत वह नये उत्साह और नये जोश से अपने संघर्ष को  जारी रखता है। वह कठिनतम कार्य को करने में भी अपने आप को सक्षम समझता है और परिस्थितियों को अपने पक्ष में कर लेता है। पंचतंत्र के अनुसार आत्मविश्वासी व्यक्ति समुद्र के बीचों - बीच जहाज के नष्ट हो जाने पर भी तैर कर समुद्र पार कर लेता है।