Friday 4 November 2016

(2.2.6) Buddha Quotes in Hindi / गौतम बुद्ध के उपदेश

गौतम बुद्ध के उपदेश / बुद्ध के अनमोल विचार / गौतम बुद्ध की शिक्षा / Teachings of Gautam Buddha in Hindi 

> इस संसार में वैर से वैर कभी शांत नहीं होता है, यही सनातन धर्म (नियम ) है। (धम्म पद 1 /5 )
> जैसे ठोस पहाड़ हवा से कम्पायमान नहीं हॉट, ऐसे ही पण्डित निंदा और प्रंशसा से विचलित नहीं होतें हैं।  (धम्म पद  6 /6 )
> यदि व्यक्ति कभी पाप कर डाले तो उसे बार बार न करे, उसमें रत न हो , क्योंकि पाप का संचय दुःख का कारण होता है। (धम्म पद 9 /2 )
> यदि पुरुष पुण्य करे, तो उसे बार बार करे, उसमें रत हो, क्योंकि पुण्य का संचय सुखकर होता है। (धम्म पद 9 /3)
> उत्साही बनें, आलसी न बनें, सुचरित धर्म का आचरण करें, धर्मचारी पुरुष इस लोक और परलोक में सुख पूर्वक सोता है। (धम्म पद 13 /3 )
> क्रोध को अक्रोध से जीतें असाधु को साधुता (भलाई ) से जीतें। कृपण को दान से जीतें, झूंठ बोलने वाले को सत्य से जीतें।(धम्म पद 17 /3)