Thursday 12 March 2015

(3.1.13) Gayatri Mantra for son/ daughter (in Hindi)

 संतान प्राप्ति के लिए गायत्री मन्त्र - ( Gayatri mantra for good son/ offspring /progeny)(in Hindi) 
गर्भ की स्थापना नहीं हो रही हो या गर्भ गिर जाता हैं तो संतान प्राप्ति के लिए इस प्रकार साधना करनी चाहिए:-
इस साधना को पति पत्नी दोनों करें। पुष्प हाथ में धारण किये हुए किशोर अवस्था वाली, श्वेत वस्त्र व आभूषणों से विभूषित गायत्री का ध्यान करें। "यं" बीज मंत्र के तीन बार सम्पुट लगाकर गायत्री मंत्र का जप करें। माला चन्दन की होनी चाहिए। गायत्री जप के पूर्व प्राणायाम की निम्नांकित विधि का उपयोग करना चाहिए:-
पूरक में धीरे-धीरे पेडू तक पूरी सांस भर लें। अंतर कुम्भक में जब सांस रोकें तो "यं" बीज  मंत्र का सम्पुट लगाकर तीन बार गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए। तीन बार अधिक प्रतीत हो तो एक बार जप करना चाहिए। फिर धीरे-धीरे सांस को बहार निकाल देवे। रेचक में उतना ही समय लगना चाहिए जितना कि  पूरक में लगाया था। बाह्य कुम्भक में भी अंतर कुम्भक के सामान समय लगना  चाहिए। इस प्रकार नित्य दस बार प्राणायाम करना चाहिए। इस प्रकार पेडू में गायत्री शक्ति का आकर्षण किया जाता हैं और पति-पत्नी अपने अन्दर शुभ्रवर्ण ज्योति का ध्यान करना चाहिए। साथ ही यह ध्यान करें कि देवी गायत्री उत्तम संतान का आशीर्वाद दे रही है। इसके बाद गायत्री मंत्र का कम से कम एक माला का जप करना चाहिए।
जब तक साधना चले, प्रत्येक रविवार को भोजन में श्वेत वस्तुओं का ही प्रयोग करें। इनमे दूध, दही, चावल आदि श्रेष्ठ माने जातें हैं। गायत्री शक्ति को धारण कराने वाली इस साधना से चरित्रवान, बुद्धिमान और स्वस्थ संतान की आशा करनी चाहिए।
 ॐ भूर्भुव: स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात !!