विरोधियों को अपने अनुकूल बनाने के लिए ( Gayatri mantra For making opposing persons in favour)
विरोधी कितना भी शक्तिशाली, उच्च पद पर आसीन हो और आपके हर काम में बाधा उत्पन्न कर रहा हो तो उसे अपने अनुकूल बनाने के लिए तीन प्रणव (ॐ) लगाकर गायत्री मंत्र का जप करना चाहिए। जपकाल में इस प्रकार ध्यान करना चाहिए कि हमारे मष्तिष्क में नीलवर्ण का विद्युत प्रवाह निकल रहा है और उसके (विरोधी के) मस्तिष्क में जा रहा हैं और वह उससे प्रभावित होकर हाथ जोड़कर हमारे सामने खड़ा होकर प्रसन्न मुद्रा में हमारे अनुकूल विचारों में बातचीत कर रहा है और अपनी मित्रता व सहयोग का आश्वाशन दे रहा है।
ॐ भूर्भुव: स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात !!