Tuesday 19 September 2023

(6.7.7) श्री सूक्त के पाठ करने के लाभ और पाठ की विधि Benefits of Shree Sookt

 श्री सूक्त के पाठ करने के लाभ और पाठ की विधि Benefits of Shree Sookt

श्री सूक्त के पाठ करने के लाभ और विधि

श्री सूक्त या श्री सूक्तम् देवी लक्ष्मी की आराधना के लिए उनको समर्पित स्तोत्र है. इस स्तोत्र मन्त्र का पाठ करने के लाभ इस प्रकार हैं –

श्रीसूक्त का श्रद्धा और विश्वास पाठ करने वाले व्यक्ति पर देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है जिससे उसको किसी प्रकार का अभाव नहीं रहता है. इस संसार के समस्त सुखों की प्राप्ति होती है. उसकी मनोकामना पूर्ण होती है,

उसे आर्थिक सम्पन्नता और यश प्राप्त होते हैं. जीवन में सुख, समृद्धि और वैभव आते हैं.

रचनात्मकता का विकास होता है और कार्य में अपेक्षित सफलता प्राप्त होती है.

श्री सूक्त के पाठ करने की विधि –

श्री सूक्त का पाठ शुक्रवार या किसी शुभ दिन से प्रारम्भ किया जा सकता है. देवी लक्ष्मी का चित्र अपने सामने रखें. पूर्व या उत्तर की तरफ मुँह करके ऊन के आसन पर बैठ जाएँ. फिर देवी लक्ष्मी का ध्यान करे.

ध्यान इस प्रकार है –

भगवती लक्ष्मी कमल के आसन पर विराजमान हैं, कमल की पंखुड़ियों के समान जिनके सुन्दर नेत्र हैं. जिनकी विस्तृत कमर और गहरे आवर्त वाली नाभि है, जो सुन्दर वस्त्र के उत्तरीय से सुशोभित हैं, जो मणि जड़ित दिव्य स्वर्ण कलशों के द्वारा स्नान किये हुए हैं, जो भगवान् विष्णु को बहुत प्रिय है, वे कमलहस्ता सदा सभी मंगलों के सहित मेरे घर में निवास करें.    

ध्यान के बाद प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करें. पाठ करने के बाद भावना करें कि देवी लक्ष्मी की आप पर कृपा वृष्टि हो रही है और आप भौतिक और आध्यात्मिक रूप से सम्पन्न हो रहे हैं. आपकी मनोकामना पूर्ण हो रही है.