Tuesday 1 August 2023

(6.2.14) संतान गणपति स्तोत्र / Santan Ganpati Stotra

 संतान गणपति स्तोत्र / Santan Ganpati Stotra

संतान गणपति स्तोत्र (पुत्र प्राप्ति के लिए)

नमोSस्तु गणनाथाय सिद्धिबुद्धियुताय च

सर्वप्रदाय देवाय पुत्रवृद्धिप्रदाय च

गुरूदराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यासिताय ते

गोप्याय गोपिताशेषभुवनाय चिदात्मने

विश्वमूलाय भव्याय विश्वसृष्टिकराय ते

नमो नमस्ते सत्याय सत्य पूर्णाय शुन्डिने

एकदन्ताय शुद्धाय सुमुखाय नमो नमः

प्रपन्नजनपालाय प्रणतार्तिविनाशिने

शरणं भव देवेश संततिं सुदृढाम् कुरु

भविष्यन्ति च ये पुत्रा मत्कुले गणनायक

ते सर्वे तव पूजार्थे निरताः स्युर्वरो मतः

पुत्रप्रदमिदं स्तोत्रं सर्व सिद्धि प्रदायकम्

अर्थ –

सिद्धि – बुद्धि सहित उन गणनाथ को नमस्कार है, जो पुत्र वृद्धि प्रदान करने वाले तथा सब कुछ देने वाले देवता हैं. जो भारी पेट वाले (लम्बोदर), गुरू (ज्ञानदाता), गोप्ता (रक्षक), गुह्य (गूढ़स्वरुप) तथा सब ओर से गौर हैं, जिनका स्वरुप और तत्व गोपनीय है तथा जो समस्त भुवनों के रक्षक हैं, उन चिदात्मा आप गणपति को नमस्कार है. जो विश्व के मूल कारण, कल्याण स्वरुप, संसार की सृष्टि करने वाले, सत्यरूप, सत्यपूर्ण और शुण्डधारी हैं, उन आप गणेश्वर को बारम्बार नमस्कार है.

जिनके एक दांत और सुन्दर मुख है, जो शरणागत भक्तजनों के रक्षक तथा प्रणतजनों की पीड़ा का नाश करने वाले हैं, उन शुद्धस्वरुप आप गणपति को बारम्बार नमस्कार है. देवेश्वर, आप मेरे लिए शरणदाता हों. मेरी संतान परम्परा को सुदृढ़ करें. गणनायक, मेरे कुल में जो पुत्र हों, वे सब आपकी पूजा के लिए सदा तत्पर हों, यह वर प्राप्त करना मुझे इष्ट है. यह पुत्र दायक स्तोत्र समस्त सिद्धियों को देने वाला है.