Tuesday 8 August 2023

(6.4.9) हनुमान जी के 12 नाम Hanumanji Ke 12 Naam

 हनुमान जी के 12 नाम Hanumanji Ke 12 Naam

हनुमान जी के बारह नाम – बाधाओं को दूर करने और सफलता हेतु

हनुमान जी की स्तुति से सम्बंधित बारह नाम हैं , जिनसे उनकी स्तुति की जाती है।  ये नाम निम्नांकित श्लोकों में वर्णित हैं :-

मूल पाठ ( संस्कृत में )                           

हनुमानञ्जनीसुनूर्वायुपुत्रो महाबलः। 

रामेष्ट: फाल्गुनसखः पिङ्गाक्षोSमितविक्रम:। 

उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन:। 

लक्ष्मण प्राण दाता च दशग्रीवस्य दर्पहा। 

एवं द्वादशनामानि कपीन्द्रस्य महात्मनः। 

स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च यः पठेत्। 

तस्य सर्व भयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्।    

राजद्वारे  गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन।  

हिंदी अर्थ :- 

उनका एक नाम तो हनुमान है ही , दूसरा अंजनी सुत , तीसरा वायु पुत्र ,चौथा महाबल , पाँचवाँ रामेष्ट (राम के प्रिय ), छठा फाल्गुनसख (अर्जुन के मित्र ) , सातवाँ पिंगाक्ष (भूरे नैत्र वाले ),आठवाँ अमित विक्रम , नवाँ उदधिक्रमण (समुद्र को अति क्रमण करने वाले), दसवाँ सीता शोक विनाशन (सीता के शोक का नाश करने वाले ) ,ग्यारहवाँ लक्ष्मणप्राणदाता ( लक्ष्मण को संजीवनी बूटी द्वारा जीवित करने वाले ) ,बारहवाँ नाम है दशग्रीवदर्पहा ( रावण के घमण्ड को दूर करने वाले )।

हनुमान जी के बारह नामों का महत्त्व :- श्री हनुमान जी के इन बारह नामों का जो व्यक्ति  रात्रि में सोने से पहले या प्रातः काल उठने पर या यात्रा के शुरू में या किसी कार्य के शुरू करने से पहले पाठ करता है , उस व्यक्ति के समस्त कार्य सफल होते हैं और उसे कोई भय नहीं रहता है।