Tuesday 4 October 2016

(2.2.5) Bible Quotes / Quotations of Bible in Hindi

Bible ke quotation / बाइबल के कोटेसन / Bible quotes 

(१) जिनका भला करना चाहिए, यदि तुझमें शक्ति रहे, तो उनका भला करने से न रुकना। 
(२) यदि तेरे पास देने को कुछ हो, तो तेरे पड़ौसी से कभी यह न कहना कि - 'जा कल आना,मैं कल तुझे दूँगा। '
(३) दूसरों को तुच्छ समझने वालों को प्रभु तुच्छ समझता है, परन्तु जो मनुष्य नम्र और दीन हैं, उन पर प्रभु अनुग्रह करता है। 
(४) बुद्धिमान को सम्मान मिलता है, पर मूर्ख का हर जगह अपमान होता है। 
(५) कोई भी मनुष्य दुष्टता के कारण स्थिर नहीं होता, परन्तु धर्मियों की जड़ कभी नहीं उखड़ती है। 
(६) बिना सोचे विचार बोले गए वचन तलवार के समान चुभते हैं,परन्तु बुद्धिमानी के वचन घाव पर मरहम का काम करते हैं। 
(७) सच्चाई सदा बनी रहेगी, जबकि झूठ पल भर का ही होता है। 
(८) मनुष्य का सारा आचरण उसे अपनी दृष्टि में ठीक लगता है, परन्तु प्रभु तो मन को जाँचता है। 
(९) जो धन झूठ के  द्वारा प्राप्त हो, वह वायु से उड़ जाने वाला कुहरा है,उसे ढूँढने वाले मृत्यु को  ही ढूँढ़ते हैं। 
(१०) जो उपद्रव दुष्ट जन करते हैं,उससे उन्ही का नाश होता है,क्योंकि वे न्याय का काम करने से इनकार करते हैं।
(११) पाप से भरे हुए मनुष्य का मार्ग बहुत टेढ़ा होता है, परन्तु जो मनुष्य पवित्र है, उसका आचरण निष्कपट होता है। 
(१२) जो मनुष्य गरीब की दुहाई को अनसुना करता है, वह भी जब सहायता के लिए पुकारेगा, तब उसकी दुहाई भी सुनी नहीं जाएगी। 
(१३) न्याय पूर्ण कार्य करना धर्मी जनों को आनंद प्रदान करता है, परन्तु अत्याचारी को यही विनाश का कारण जान पड़ता है। 
(१४) जो मनुष्य अपने मुँह और जीभ को वश में रखता है, वह अपने प्राण को अनेक विपत्तियों से बचा लेता है। 
(१५) बुरा मनुष्य अपने दुर्वचनों के कारण जाल में फँसता है, जबकि धर्मात्मा अपने सदवचन से बच निकलता है।