Gupt Navratra / Gupt Naratri / गुप्त नवरात्र / गुप्त नवरात्रि
गुप्त नवरात्र कब है / When is Gupt Navratra (For day and date click here)हिन्दू पँचांग के अनुसार एक वर्ष में चार बार नवरात्रा आते हैं। जिनमें से दो को प्रकट नवरात्रा और अन्य दो को गुप्त नवरात्रा कहा जाता है।
गुप्त नवरात्रा एक वर्ष में दो बार आते हैं। जो नवरात्रा आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से प्रारम्भ होते हैं , उन्हें आषाढ़ी गुप्त नवरात्रा या वर्षा ऋतु नवरात्रा कहा जाता है। और जो नवरात्रा माघ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होते हैं , उन्हें माघी गुप्त नवरात्रा या शिशिर नवरात्रा कहा जाता है।
साधक अपनी इच्छानुसार दुर्गासप्तशती का पाठ या दुर्गा के किसी मन्त्र का जप करे।
(या ) सुन्दर काण्ड का पाठ
(या ) राम रक्षा स्त्रोत का पाठ
(या) गायत्री मन्त्र जप
(या )रामचरित मानस पाठ
(या )रामचरित मानस पाठ
पाठ या मन्त्र जाप का फल - नवरात्रि का समय वर्ष के श्रेष्ट समय में से एक है अत: इस अवधि में किये गए जप - तप , व्रत, उपवास का फल तुलनात्मक रूप से ज्यादा मिलता है।जप - तप या पाठ निष्काम भाव से किया जाये या सकाम भाव से, सभी का सुफल मिलता है, सुख समृद्धि में वृद्धि होती है। यदि किसी विशेष उद्देश्य के लिए जप या पाठ किया जाता है तो उस उद्देश्य की अवश्य पूर्ति होती है।
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