Sunday 18 September 2016

(6.3.2) Durga ke 9 Roop / Nine forms of Durga (in Hindi)

Devi Durga ke 9 Roop / Nine forms of goddesses of Durga (in Hindi ) देवी दुर्गा के नौ रूप 

देवी दुर्गा के नौ रूप कौनसे हैं?
नवरात्रि के नौ दिनों में प्रतिदिन शक्तिस्वरूपा माँ दुर्गा के अलग - अलग नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस पूजा से विशेष फल की प्राप्ति है। ये नौ रूप इस प्रकार हैं - 
(१) शैलपुत्री - माँ दुर्गा अपने पहले स्वरुप में शैलपुत्री के नाम से जानी जाती है। नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री की पूजा - अर्चना की जाती है। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इसका नाम शैलपुत्री पड़ा। 
(२) ब्रह्मचारिणी - नवरात्र पर्व के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा - अर्चना की जाती है। ब्रह्म का अर्थ है 'तपस्या ' और चारिणी का अर्थ होता है 'आचरण करने वाली '। वह अपने भक्तों को ज्ञान और बुद्धि प्रदान करती है।  
(३) चन्द्रघंटा - नवरात्र के तीसरे दिन माँ चन्द्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाती है। इस देवी की आराधना से वीरता व निर्भयता के साथ सौम्यता व विनम्रता का विकास होता है। 
(४) कूष्माण्डा - नवरात्र के चौथे दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा अर्चना की जाती है। 
(५) स्कंदमाता - नवरात्र के पाँचवें दिन माँ स्कंदमाता की पूजा अर्चना की जाती है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली परम सुखदायी माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती है। 
(६) कात्यायनी - नवरात्र के छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा अर्चना की जाती है।देवी का यह रूप व्यक्ति में योग साधना उत्पन्न करता है।  
(७) कालरात्रि - नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि की पूजा अर्चना की जाती है।वह राक्षसों और दुष्टों का नाश करती है और अपने भक्तों में निडरता उत्पन्न करती है।  
(८) महागौरी - नवरात्र के आठवें दिन माँ महागौरी की पूजा अर्चना की जाती है।महागौरी की उपासना से शक्ति और ऊर्जा प्राप्त होती है और समस्त पापों का नाश होता है।  
(९) सिद्धिदात्री -  नवरात्र के नवें दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की जाती है। इसकी उपासना से सभी प्रकार की सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं और लौकिक व पारलौकिक कामनाओं की पूर्ति होती है।
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