Purnima Tithi ka Kya Mahatv Hai ? Importance of Poornima in Hinduism / पूर्णिमा तिथि / पूर्णिमा का महत्त्व
पूर्णिमा तिथि के बारे में महत्वपूर्ण बातें -पूर्णिमा तिथि हिन्दू धर्म में शुभ तिथि मानी जाती है।
प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन को पूर्णिमा कहा जाता है।
एक वर्ष में बारह बार पूर्णिमा तिथि आती है। जिस वर्ष अधिक मास हो, उसमें तेरह बार पूर्णिमा आती हैं।
पूर्णिमा का स्वामी चन्द्रमा है।
पूर्णिमा को पूर्णा तिथि माना जाता है।
पूर्णिमा का व्रत सभी प्रकार के सुख तथा सम्पदा दिलाने वाला माना जाता है।
मास वार पूर्णिमा तथा उनका महत्व -
चैत्री पूर्णिमा - इस दिन हनुमान जी का जन्म मनाया जाता है। इसी दिन वैसाख स्नान प्रारम्भ होते हैं।
वैसाखी पूर्णिमा - इस पूर्णिमा को बुद्ध जयन्ती मनाई जाती है। इस पूर्णिमा को पीपल पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। वैसाख स्नान पूर्ण होता है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा - इस दिन सावित्री व्रत (पूर्णिमा पक्ष ) किया जाता है।
आषाढ़ पूर्णिमा - इसे व्यास जयंती तथा गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।
श्रावण पूर्णिमा - इस दिन रक्षा बंधन का त्यौंहार मनाया जाता है। पितृ तर्पण तथा ऋषि पूजन किया जाता है।
भाद्रपद पूर्णिमा - इस दिन से श्राद्ध पक्ष प्रारम्भ होता है।
आश्विन पूर्णिमा - इसे शरद पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा - भीष्म पंचक व्रत तथा कार्तिक स्नान पूर्ण होता है।
मार्गशीर्ष पूर्णिमा -
पौष पूर्णिमा - माघ स्नान प्रारम्भ होता है।
माघ पूर्णिमा - माघ स्नान पूर्ण होता है।
फाल्गुन पूर्णिमा - होली पर्व। होलिका दहन किया जाता है। होलाष्टक पूर्ण होते हैं।