Monday 26 September 2016

(8.1.5) Vijaya Dashami / Dashahara Parv विजय दशमी /दशहरा पर्व

Vijaya Dashami / Dashera विजया दशमी/ दशहरा --(आस्था,विश्वास और विजय का पर्व) 

1. विजया दशमी का त्यौहार वर्षा ऋतु  की समाप्ति और शरद ऋतु के आगमन का सूचक है।  आश्विन शुक्ल दशमी के दिन सम्पूर्ण भारत में दशहरे का पर्व धूम धाम से मनाया जाता है।
2. इस दिन क्षत्रिय शस्त्रों की , ब्राह्मण शास्त्रों की तथा वैश्य बही की पूजा करते हैं।
3. दुर्गा प्रतिमा विसर्जन , अपराजिता पूजन , शमी पूजन आदि इस पर्व के मुख्य कर्म हैं।  इस दिन नीलकंठ पक्षी का दर्शन शुभ माना जाता है। 
4. इस दिन तारा  उदय होने के समय ' विजय ' नामक वेला होती है।  इस वेला को सर्वकार्य सिद्धि दायक माना जाता है।
5. इस दिन भगवान राम ने लंका के राजा रावण को मारकर विजय प्राप्त की थी इस लिए इस पर्व को विजया दशमी कहा गया है।  रावण  बुराई  का तथा राम अच्छाई का प्रतीक माने जाते हैं। अत: इसे बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में भी मनाया जाता है।
6. उत्तर भारत के अधिकांश स्थानों पर रावण , कुम्भकरण व मेघनाथ के पुतले जलाये जाते हैं।
7. बंगाल प्रान्त में दशहरा दुर्गा पूजा, त्यौहार का मुख्य भाग है।  इस दिन दुर्गा प्रतिमाओं को नदी , तालाब , सरोवर आदि में विसर्जित किया जाता है।  अत: यह विसर्जन पर्व भी कहलाता है।
8. हिन्दू मूहुर्तों के अनुसार दशहरा / विजया दशमी साढ़े तीन स्वयं सिद्ध मुहूर्तों में से एक है।  अत: किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने के लिए इसे शुभ माना जाता है।