Phoolera Dooj / Phulera Doj / फुलेरा दोज / फुलेरा दूज
फुलेरा दूज कब है ? फुलेरा दूज का महत्वफुलेरा दूज फाल्गुन शुक्ल द्वितीया को आती है। इस दिन को उत्तर भारत के कुछ भागों में बहुत शुभ माना जाता है। इसे अबूझ मुहूर्त माना जाता है। विशेष रूप से जब विवाह का उपयुक्त मुहूर्त उपलब्ध नहीं हो तो फुलेरा दूज को विवाह संपन्न कराया जाता है। अबूझ मुहूर्त होने के कारण वर तथा कन्या का चन्द्र बल , सूर्य बल व गुरु बल भी नहीं देखा जाता है। हालाँकि इसे विवाह के अबूझ मुहूर्त के रूप में ज्योतिषीय मान्यता नहीं है परन्तु यह दिन इतना लोकप्रिय हो गया है कि इस दिन विवाह किये जाते हैं ,कुछ स्थानों पर सामूहिक विवाह सम्मेलन भी आयोजित किये जाते हैं।
वृन्दावन तथा मथुरा के कृष्ण मंदिरों में फुलेरा दूज के दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।